(Casino Game) - Casino Game Apk Get lucky with our gambling platform, Casino Gaming Systems get rewarded for your gaming skill. कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय के 'लुकआउट' नोटिस का हवाला देते हुए कथित तौर पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने वाली एक उड़ान पर सवार होने से रोक दिया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने रुजिरा बनर्जी को 8 जून को पेश होने को कहा है। रुजिरा बनर्जी के वकील ने यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार रुजिरा विमान में सवार होने के लिए अपने 2 बच्चों के साथ सुबह 7 बजे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचीं। रुजिरा के एक वकील ने बताया कि उन्हें एक मामले में ईडी की ओर से जारी लुकआउट नोटिस का हवाला देते हुए आव्रजन पर रोका गया। उच्चतम न्यायालय के एक आदेश में कहा गया है कि उनकी विदेश यात्रा पर कोई रोक नहीं है। वकील ने कहा कि रुजिरा ने ईडी को शनिवार को अपनी यात्रा योजना के संबंध में जानकारी दी थी और टिकट की प्रति भी दी थी। उन्होंने कहा कि अब उन्हें रोक दिया गया। उन्हें 5 जून की तारीख वाले समन की प्रति भी सौंपी गई जिसमें उनसे 8 जून को कोलकाता में ईडी कार्यालय में पेश होने को कहा गया है। वे अब घर लौट गई हैं। इस संबंध में जानकारी के लिए हवाई अड्डे तथा ईडी प्राधिकारियों से संपर्क किया गया लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई। रुजिरा के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में दावा किया गया कि उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि जिसमें कहा गया है कि दंपति पर विदेश यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है। बयान में कहा गया कि रुजिरा बनर्जी ने 5 से 18 अक्टूबर तक अमेरिका की यात्रा की थी और तब ईडी को कोई आपत्ति नहीं थी। गौरतलब है कि पिछले वर्ष ईडी ने कोयला चोरी घोटाला मामले में रुजिरा से पूछताछ की थी। सीबीआई ने भी इसी मामले में 2021 में रुजिरा से पूछताछ की थी।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta
Yoga Yogasan : अनियमित भोजन और जीवन शैली के कारण शरीर बेडौल या मोटा हो जाता है। आसनों का मुख्य उद्देश्य शरीर से मल या दूषित विकारों के नष्ट करके चर्बी को घटना और शरीर को सुडौल बनाकर स्वस्थ रखना। यदि आपकी कमर और पेट लचकदार तथा संतुलित हैं तो स्फूर्ति और जोश तो कायम रहेगा ही साथ ही आप कई तरह के रोग से बच जाएंगे। जानिए किन 2 आसनों को करके आप आकर्षक दिखाई देंगे। 1. कटिचक्रासन :- Casino Game Apk, अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
भारत ने उम्मीद के अनुरूप घसियाली पिच और बादलों भरे मौसम में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत ने अंतिम एकादश में रविचंद्रन अश्विन को शामिल नहीं करने का फैसला किया जिसमें चार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, सिराज, उमेश यादव और ठाकुर के आक्रमण को उतारा। Casino Game Get your Game on at the Online Casino get rewarded for your gaming skill कटक जिले के मणियाबांदा की निवासी गीतांजलि दत्ता ने दावा किया था कि उसके पति बिजय दत्ता की 2 जून को रेल हादसे में मौत हो गई थी। उसने एक शव की पहचान अपने पति के रूप में भी की थी। हालांकि, दस्तावेजों की जांच के बाद पता चला कि महिला का दावा झूठा था।
वर्ष 2023 में शीतला अष्टमी तथा कालाष्टमी का पर्व 10 जून, दिन शनिवार को मनाया जा रहा है। आपाढ़ कृष्ण अष्टमी के दिन मनाया जाने वाला यह पर्व माता शीतला को समर्पित है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार चैत्र, वैशाख, जेष्ठ और आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतला अष्टमी पूजन करने का प्रावधान है। इन चारों महीने के चार दिन का व्रत करने से शीतला जनित बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इस पूजन में शीतल जल और बासी भोजन का भोग लगाने का विधान है। शीतला अष्टमी के दिन श्रद्धालु व्रत रखकर माता की भक्ति करके अपने परिवार की रक्षा करने के लिए माता से प्रार्थना करते हैं। इस बार मतांतर से 10 और 11 जून को शीतलाष्टमी या बसौरा पर्व मनाया जाएगा। आइए यहां जानते हैं पूजन के शुभ मुहूर्त, विधि और कथा के बारे में- शनिवार, 10 जून 2023 पूजन के शुभ मुहूर्त : sheetla mata pujan 2023 आषाढ़ कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ- 10 जून, शनिवार को 02.01 पी एम से शुरू, अष्टमी तिथि का समापन- 11 जून, रविवार को 12.05 पी एम पर होगा। राहुकाल- 08.52 ए एम से 10.36 ए एम गुलिक काल- 05.23 ए एम से 07.07 ए एम यमगण्ड- 02.05 पी एम से 03.50 पी एम अभिजित मुहूर्त-11.53 ए एम से 12.48 पी एम अमृत काल- 08.54 ए एम से 10.24 ए एम तिथि- सप्तमी- 02.01 पी एम तक, तत्पश्चात अष्टमी नक्षत्र- शतभिषा- 03.39 पी एम तक योग- विषकुम्भ- 12.49 पी एम तक करण- बव- 02.01 पी एम तक द्वितीय करण बालव- 01.00 ए एम 11 जून तक रहेगा। पूजा विधि : sheetla mata puja vidh casino game jackpot, दरअसल, NDRF के कई जवाना कई घंटों तक घटनास्थल पर मौजूद थे। आंकड़ें बताते हैं कि बचाव दल ने 44 से ज्यादा पीड़ितों और घायलों का रेस्क्यू कर उन्हें बचाया। जबकि हादसे वाले स्थान से 121 से ज्यादा शवों को निकालकर उन्हें तय जगह पर पहुंचाया।
Roll the Dice and Win Big! Casino Game Rohit Sharma : पिछली बार रोहित शर्मा ने इसी मैदान पर खेलते हुए अपना पहला ओवरसीज शतक सितंबर 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ 127 रन बनाकर बनाया था। उन्होंने इस ग्राउंड पर एक ही टेस्ट खेला है जिसमे उन्होंने 69 की औसत से 138 रन बनाए हैं। वो शख्स इस दोपहरी में शीतल सी छाया है।
Edited by navin rangiyal Casino Gaming Systems, इस मामले में कांग्रेस ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में कहा था, कि सूरजमुखी के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य का इंतजार कर रहे हैं और निजी व्यापारियों को अपनी उपज बेचकर किसानों को 1,500 से 2,500 रुपए प्रति क्विंटल का नुकसान हो रहा है। Edited by : Nrapendra Gupta
गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में 2 जून को दो पैसेंजर ट्रेन और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुल 288 लोगों की जान चली गई और 1,200 से अधिक लोग घायल हो हुए थे। इस रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री ने पांच लाख रुपए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो लाख रुपए और रेल मंत्रालय ने दस लाख रुपए की अनुग्रह राशि का ऐलान किया था। Casino Games With Bonuses बृहस्पति और शनि हमारे सौरमंडल के क्रमश: 2 सबसे बड़े ग्रह हैं। दोनों के पास अपने अनेक उपग्रह यानी चंद्रमा हैं। लेकिन लगता है मानो दोनों के बीच होड़ चल रही है कि किस के पास सबसे अधिक चंद्रमा हैं। सूर्य से शुरू करते हुए देखने पर सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति (गुरु/ Jupiter) के बाद 6ठे नंबर पर शनि दिखाई पड़ता है। पृथ्वी से 9.5 गुना बड़े 1,20,500 किलोमीटर व्यास वाले इस ग्रह को पहचानना बहुत आसान है, क्योंकि वह तश्तरीनुमा छल्लों से घिरा हुआ है। कभी बृहस्पति आगे तो कभी शनि : वैज्ञानिकों को पिछले कुछ वर्षों की अपनी खोजों में इन दोनों विराट ग्रहों के नए-नए उपग्रहों का सुराग मिलता रहा है। कभी बृहस्पति (Jupiter) की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों की संख्या बढ़ गई तो कभी शनि (Saturn) के उपग्रहों की संख्या सबसे अधिक निकली। हाल ही की एक नई खोज में एक ही बार में शनि के 62 ऩए उपग्रहों का पता चला। रिंगनुमा वलयों से घिरे इस अनोखे ग्रह के उपग्रहों की कुल संख्या एक ही बार में अब 100 का आंकड़ा पार कर गई है। 5 ही वर्ष पूर्व 2018 की चंद्र-गणना के समय बृहस्पति के 12 नए चंद्रमा मिले थे और वह शनि को पीछे छोड़कर सबसे अधिक चंद्रमाओं का मालिक बन गया था। 2019 में शनि के भी 20 नए चंद्रमाओं का पता चला। 2023 के आरंभ में बृहस्पति के चंद्रमाओं की संख्या में 12 और नाम जुड़ गए। इस प्रकार उसके सभी चंद्रमाओं की संख्या बढ़कर 92 हो गई। उस समय शनि के चंद्रमाओं की कुल संख्या 83 थी। कम्प्यूटर आधारित विशेष विधि : शनि के 62 नए चंद्रमा अमेरिका में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्य़ालय के खगोलविदों की खोज हैं। इसके लिए उन्होंने अमेरिका के ही हवाई द्वीप पर के एक दूरदर्शी (टेलीस्कोप) को 2019 से शनि पर केंद्रित कर रखा था। टेलीस्कोप द्वारा ली गईं तस्वीरों का उन्होंने कम्प्यूटर आधारित एक विशेष विधि की सहायता से विश्लेषण किया। 'स्टेपल मेथड' नाम की इस विधि से अत्यंत दूर के ऐसे आकाशीय पिंडों का भी पता लगाया जा सकता है, जो केवल ढाई किलोमीटर ही बड़े क्यों न हों। इसे सुनिश्चित करने के लिए, कि जिन पिंडों का पता चला है, वे शनि ग्रह के पास से गुजरते हुए कोई क्षुद्रग्रह (एस्टोराइड) आदि नहीं बल्कि वाकई उस के उपग्रह हैं, पूरे 2 वर्षों तक उनकी परिक्रमा कक्षाओं पर नजर रखी गई। कोलंबिया विश्वविद्य़ालय ने इसकी पुष्टि हो जाने के बाद ही सूचित किया कि शनि ग्रह के 62 ऩए उपग्रह मिले हैं। इसके साथ ही शनि के अब तक ज्ञात उपग्रहों की कुल संख्या बढ़कर 145 हो गई है। हमारे सौरमंडल का वह अकेला ऐसा ग्रह है जिसके पास 100 से अधिक उपग्रह हैं। अनोखी परिक्रमा कक्षाएं : इन सभी उपग्रहों की एक अलग ही विशेषता यह पाई गई है कि उनकी परिक्रमा कक्षाएं वृत्ताकार नहीं, बल्कि दीर्घवृत्ताकर (एलिप्टिकल) हैं और उनका झुकाव शनि के सौर परिक्रमा कक्षा-तल के विपरीत है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि शनि के इन नए उपग्रहों की परिक्रमा कक्षाओं में मिले इस अनोखेपन का कारण शनि के ही बड़े आकार के उपग्रहों से कभी उनका टकरा जाना रहा हो सकता है। अनुमान यह भी है कि शनि के ये उपग्रह हमेशा नहीं रहे हैं, बल्कि पिछले 10 करोड़ वर्षों में ही बने हैं। मंगल पर कभी नदियां बहती थीं : हमारे सौरमंडल के पृथ्वी के बाद के चौथे ग्रह मंगल के बारे में अब यह सुनिश्चित लगता है कि उस पर कभी बड़ी मात्रा में तरल पानी बहा करता था। वहां झीलें, सागर और नदियां हुआ करती थीं। मंगल ग्रह पर विचरण कर रहे अमेरिकी रोवर 'पर्सिविअरंस' ने वहां के जेजेरो क्रेटर के ऐसे चित्र भेजे हैं जिनसे पता चलता है कि वहां कभी बलखाती नदियां भी हुआ करती थीं। इन चित्रों से यह संकेत भी मिलता है कि वहां ऐसी कई नदियां और जलधाराएं रही होंगी, जो जेजेरो क्रेटर में अपना पानी उड़ेला करती थीं। क्रेटर के चित्रों में गिट्टियां और रेतीले निक्षेप दिखाई पड़ने को इसका प्रमाण माना जा रहा है। वह जगह, जहां रोवर 'पर्सिविअरंस' को नदियों के निशान मिले हैं, उसे अंतरिक्ष यान आदि में बैठकर दूरदर्शी द्वारा देखा भी जा सकता है। इस जगह को 'श्रिंकल हैवन' नाम दिया गया है। चित्रों में मिट्टी की ऐसी लहरदार परतें भी दिखती हैं, जो बहते पानी से बना करती हैं। मिट्टी की लहरदार परतें : वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये लहरदार परतें कभी बहुत ऊंची और मोटी रही होंगी। मंगल ग्रह पर चलने वाली आंधियों जैसी तेज हवाओं ने उनके ऊपरी हिस्से छीलते हुए समय के साथ उनका आकार काफ़ी घटा दिया लगता है। ऐसी परतें पृथ्वी पर भी मिलती हैं किंतु पृथ्वी पर उन पर घास-फूस उग जाने से उनका बहुत अधिक क्षरण नहीं हो पाता। मंगल पर घास-फूस होने के कोई संकेत अभी तक नहीं मिले हैं। 'श्रिंकल हैवन' से 450 मीटर दूर 'पिनस्टैंड' नाम की जगह पर भी पानी के बहाव से बने ऐसे ही कुछ निक्षेप मिले हैं, जो 20 मीटर तक ऊंचे हैं। पृथ्वी पर नदियों आदि की सामग्री से बने इतने ऊंचे निक्षेप नहीं मिलते। वैज्ञानिक बहुत खुश हैं कि मंगल पर कभी पानी रहा होने के पहली बार ऐसे अनपेक्षित निशान मिले हैं। स्मरणीय है कि 'पर्सिविअरंस' को मंगल ग्रह पर वास्तव में बैक्टीरिया आदि जैसे आरंभिक जीवन के निशान ढूंढने के लिए 30 जुलाई 2020 को मंगल ग्रह की दिशा में रवाना किया गया था। 18 फरवरी 2021 के दिन वह मंगल ग्रह के जेजोरो क्रेटर में उतरा था। तभी से वह वहां घूम-फिर रहा है और फोटो लेने के साथ-साथ वहां की मिट्टी और चट्टानों के नमूने भी एकत्रित कर रहा है। Edited by: Ravindra Gupta (इस लेख में व्यक्त विचार/ विश्लेषण लेखक के निजी हैं। इसमें शामिल तथ्य तथा विचार/ विश्लेषण 'वेबदुनिया' के नहीं हैं और 'वेबदुनिया' इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेती है।)