(Casino Game) - 32 Cards Casino Game Tricks Curse the odds, win big, Foxy Casino Games time for a break, let's play at the online casino. Bihar bridge collapse : बिहार सरकार ने 2 दिन पहले हुई एक पुल ढहने की घटना को लेकर इसकी निर्माण कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विपक्ष हादसे के बाद से ही लगातार इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग कर रहा है। संबंधित कार्यपालक अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। सड़क निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि हरियाणा की जिस कंपनी को ठेका दिया गया था, उसे बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक ने कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। कंपनी से पूछा गया है कि उसे सरकार द्वारा काली सूची में क्यों नहीं डाला जाना चाहिए और उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए? अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि कार्य की गुणवत्ता पर नज़र रखने में विफलता के लिए विभाग ने संबंधित कार्यकारी अभियंता को भी निलंबित कर दिया है। भागलपुर और खगड़िया जिलों को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर 1,700 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनाए जा रहे इस पुल का एक हिस्सा रविवार को ध्वस्त हो गया था। करीब एक साल पहले भी पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुल की आधारशिला फरवरी 2014 में रखी थी और इसका निर्माण 2019 तक पूरा किया जाना था। पुल का एक हिस्सा ध्वस्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने सोमवार को काम की खराब गुणवत्ता और पूरा होने में देरी को लेकर कड़ी नाराजगी जताई थी। घटना के बाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा था कि राज्य सरकार संरचनात्मक खामियों के कारण निर्माणाधीन पुल को गिराने की योजना बना रही है। यादव के पास सड़क निर्माण विभाग का प्रभार भी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल 30 अप्रैल को इस पुल का एक हिस्सा ढह गया था। तब हमने एक अध्ययन करने के लिए, निर्माण मामलों में विशेषज्ञता के लिए प्रख्यात आईआईटी-रुड़की से संपर्क किया। इसकी अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है, लेकिन संरचना का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों ने बताया था कि इसमें गंभीर खामियां हैं। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही भाजपा पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि पिछले साल, इस पुल का एक हिस्सा आंधी में बह गया था। तब राज्य में भाजपा सत्ता में थी। इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई थी और मैंने विपक्ष के तत्कालीन नेता के तौर पर इसे मजबूती से उठाया था। सत्ता में आने पर, हमने एक जांच का आदेश दिया और विशेषज्ञों की राय मांगी। (भाषा)
Delhi News : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 8 वर्ष में विकास की गति धीमी नहीं पड़ी है लेकिन प्रदूषण का स्तर का स्तर जरूर कम हो गया है। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर त्यागराज स्टेडियम में एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि शहर में 2016 के मुकाबले 2022 में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों का स्तर 30 प्रतिशत तक गिर गया है। उन्होंने कहा कि जब भी विकास होता है तो पेड़ों को काटने, सड़क निर्माण, धूल उड़ने समेत अन्य वजहों से प्रदूषण भी होता है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले 8 वर्ष में विकास की गति कम नहीं हुई है। स्कूलों, अस्पतालों तथा फ्लाईओवरों का निर्माण किया जा रहा है लेकिन इस अवधि में प्रदूषण का स्तर जरूर कम हो गया है। आंकड़े साझा करते हुए उन्होंने कहा कि 2016 में प्रदूषण का स्तर 26 दिन तक बहुत खराब रहा जब शहर गैस चैम्बर के समान बन गया था। उन्होंने कहा कि 2022 में ऐसे दिन केवल 6 थे। 2016 में प्रदूषण का स्तर 109 दिन तक आसमान साफ रहने के साथ खराब श्रेणी में था और बाहर हवा काफी अच्छी दर्ज की गई थी जबकि 2022 में ऐसे दिन 163 थे। केजरीवाल ने कहा कि शहर में 2013 में वृक्ष आच्छादन प्रतिशत (कुल भूमि क्षेत्र का) 20 फीसदी था जो आज बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया है। (भाषा) 32 Cards Casino Game Tricks, आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-पिंगल अयन-उत्तरायण मास-आषाढ़ पक्ष-कृष्ण ऋतु-ग्रीष्म वार-बुधवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म करण (सूर्योदयकालीन)-बव लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृषभ शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक दिशा शूल-ईशान योगिनी वास-नैऋत्य गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-मकर व्रत/मुहूर्त-श्रीगणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 11:02) यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें। आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:। आज का उपाय-गणेश मंदिर में दूर्वा व मोदक चढ़ाएं। वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं। (निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
हालांकि, कुछ सालों बाद मुख्तार और जीवा को साल 2005 में हुए कृष्णानंद राय हत्याकांड में कोर्ट ने बरी कर दिया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए। इनमें से 17 मामलों में संजीव बरी हो चुका है, जबकि उसकी गैंग में 35 से ज्यादा सदस्य हैं। वहीं, संजीव पर जेल से भी गैंग ऑपरेट करने के आरोप लगते रहे हैं। Casino Game Bet Now and Win Bigger! time for a break, let's play at the online casino Deepak jalane ke fayde : हिन्दू धर्म में पूजाघर और मंदिर में दीपक जलाने की परंपरा है। इसी के साथ ही वृक्ष के नीचे दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है। हर जगह दीया जलाने के प्रभाव और लाभ भी अलग-अलग है। दीपक की बत्ती कैसी होना चाहिए और दीपक में घी डालें या तेल यह भी जानना जरूरी है ।आओ जानते हैं कि शाम के समय पीपल के वृक्ष के पास या शिवजी के मंदिर में दीपक जलाने से क्या होता है। पीपल के पास दीपक प्रज्वलित करें : शनिवार या अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे शाम के घी का दीपक जलाने से जहां श्रीहरि विष्णु एवं माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती हैं, वहीं इससे आर्थिक तंगी दूर होगी। इसके साथ ही सरसो के तेल का दीपक जलाने से भगवान शनिदेव प्रसन्न होते हैं और इस कार्य से पितृरों को भी कृपा प्राप्त होती है। 41 दिनों तक लगातार दीपक जलाने से सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है। शिव मंदिर में प्रज्वलित करें दीपक : एक कथा के अनुसार ही शाम के समय शिव मंदिर में घी का दीपक लगाने वाले व्यक्ति को अपार धन-संपत्ति एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती हैं। अत: नियमित रूप से शाम को या रात्रि के समय किसी भी शिवलिंग के समक्ष दीपक लगाना चाहिए। यदि दीपक 8 या 12 मुखी है तो इससे शिव कृपा और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी समस्याओं का अंत होता है। दीपक लगाते समय 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र का जप करना चाहिए। मंदिर मेंर दीपक को भगवान की प्रतिमा के सामने रखें। यदि घी का दीपक हो तो बाएं साइड और तेल का हो तो दाईं ओर रखना चाहिए। घी के दीपक में रुई और तेल के दीपक में लाल बत्ती का उपयोग करना चाहिए।
बैठक में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा मौजूद थे।आंदोलन की अगुआई कर रहे पहलवानों में शामिल विनेश फोगाट बैठक में नहीं थीं क्योंकि वह हरियाणा के अपने गांव बलाली में हैं जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पंचायत का आयोजन हो रहा है। big fish casino games free, Bihar bridge collapse : बिहार के भागलपुर में रविवार शाम पुल गिरने के बाद से ही राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिरने के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जबकि विपक्षी पार्टी भाजपा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सच्चाई छिपाने का आरोप लगाया है। इस बीच बिहार सरकार में मंत्री तेजप्रताप ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि हम लोग तो पुल बना रहे हैं, भाजपा वाले गिरा रहे हैं। भाजपा द्वारा नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बीच बिहार सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा, 'बीजेपी वाला सब पुल गिराया है। हमलोग बनाते हैं और बीजेपी वाला सब गिराता है। नीतीश का कहना है कि पुल का निर्माण ठीक से नहीं किया जा रहा है और यही कारण है कि यह अप्रैल 2022 से दो बार गिर गया। यह एक गंभीर मामला है ... संबंधित विभाग ने पहले ही इसकी गहन जांच शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नीतीश ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि 2014 में शुरू हुआ पुल निर्माण कार्य अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ। यह समय से पीछे क्यों चल रहा है? मैंने संबंधित विभाग से इसकी भी जांच करने को कहा है। उपमुख्यमंत्री इस मामले की निगरानी कर रहे हैं। भाजपा ने राजद नेता तेजस्वी की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि पुल के कई संरचनात्मक दोषों को विशेषज्ञों द्वारा इंगित किया गया है और राज्य सरकार ने पहले ही कई हिस्सों को गिरा दिया है जिन्हें विशेष रूप से कमजोर हिस्से के रूप में चिह्नित किया गया था। पुल के ढहने का वीडियो वायरल होने पर बिहार भाजपा ने एक बयान जारी कर नीतीश के इस्तीफे की मांग की है जिन्होंने पिछले साल अगस्त में भगवा पार्टी से नाता तोड़ लिया था। वर्ष 2014 से बन रहा 3.16 किलोमीटर लंबा यह पुल 14 महीने में दो बार टूटा- पहला अप्रैल 2022 में भागलपुर के सुल्तानगंज की तरफ और दूसरी बार रविवार की शाम खगड़िया की तरफ से। चार लेन वाले सुल्तानगंज-अगुआनी घाट पुल के तीन खंभे पर रखे कम से कम 30 स्लैब रविवार को नदी में गिर गए। जिला प्रशासन ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। निर्माणाधीन पुल की अनुमानित लागत 1,700 करोड़ रुपए है। हरियाणा की एक कंपनी को पुल निर्माण का ठेका मिला है जिसके खिलाफ भाजपा कार्रवाई की मांग कर रही है।
Ready, Set, Spin! Casino Game साल 2007 में शिल्पा शेट्टी ने अमेरिकन रिएलिटी शो 'बिग ब्रदर' में हिस्सा लिया, जहां उन्हें रंगभेद का शिकार होना पड़ा। इस शो से शिल्पा ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। शिल्पा को न सिर्फ लोगों का साथ मिला था बल्कि उन्होंने अमेरिकन शो जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। शिल्पा शेट्टी ने साल 22 नवंबर 2009 को लंदन बेस्ड बिजनेसमैन राज कुंद्रा संग शादी रचाई थी। राज कुंद्रा की यह दुसरी शादी थी। शिल्पा और राज के दो बच्चे वियान और समायरा है। शिल्पा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिंग रहती हैं। वह अक्सर फैंस को अपनी योगा और एक्सरसाइज वीडियो शेयर करके फिटनेस गोल देती हैं। मनोज बाजपेयी के टोकने के बाद टाइम्सनाऊ नवभारत ने झूठी ख़बर के वीडियो वाला ट्वीट डिलीट किया. टाइम्सनाऊ नवभारत ने मनोज बाजपेयी से फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड को लेकर उनकी यादों पर बात की और उनकी बात को ये कहकर दिखाया 1/4— Swati Mishra (@swati_mishr) June 7, 2023
मकर- मकर राशि वाले जातकों के लिए यह माह परिवार से दूरी वाला हो सकता है। परिवार में किसी चीज को लेकर तनाव रहेगा। समझदारी से काम करना होगा। व्यापार अच्छा चलेगा। कृषि क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। नौकरी में साथियों से मानसिक तनाव रहेगा। किसी पुराने मित्र से मानसिक व आर्थिक सहयोग प्राप्त होगा। दिनांक 15, 24 शुभ हैं, 9 अशुभ है। कालिका देवी आराधना लाभप्रद रहेगी। Foxy Casino Games, सैचुरेशन की स्थिति का मतलब है कि बाघों के कुछ आवास या संरक्षित क्षेत्र चरम क्षमता तक पहुंच गए हैं। यानी इन जगहों पर फिलहाल जितने बाघ हैं, उतने ही यहां रह सकते हैं। ग्लोबल टाइगर फोरम के मुताबिक भारत में अब अतिरिक्त 1,000 से लेकर 1200 बाघों तक को ही रखा जा सकता है। अब यहां 10 हजार बाघों को नहीं रखा जा सकता, ऐसा करीब एक सदी पहले होता था। हालांकि उन क्षेत्रों में अतिरिक्त बाघों को रखा जा सकता है, जहां अब बाघ नहीं हैं।
मधुमालती तो आप जानते ही होंगे... सफेद, गहरे लाल, गुलाबी और पीच कलर के रंगबिरंगे गुच्छों में लटकते फूलों ने आपका मन भी मोहा होगा। क्या आप जानते हैं कि मधुमालती के फूल रंग बदलते हैं। शुरूआती दिन में ये फूल सफ़ेद रंग के खिलते हैं। दूसरे दिन वही फूल गुलाबी रंग में बदल जाते हैं और तीसरे दिन गाढ़े लाल रंग में। वास्तव में फूलों का यह रंग बदलना विभिन्न प्रकार के कीटों को अपनी ओर आकर्षित करने की ज्यादा से ज्यादा परागण (Pollination) के लिए इस बेल की या कहें कि प्रकृति की चतुराई होती है। अंग्रेजी में इसे रंगून क्रीपर (Rangoon creeper) या चायनीज हनीसकल (Chinese honeysuckle) भी कहते है। बंगाली में इसे मधुमंजरी, तेलुगु में राधामनोहरम, आसामी में मालती, झुमका बेल कहा जाता है। मधुमालती का बोटैनिकल नाम Combretum Indicum है। मधुमालती की लता 2.5 से 8 मीटर ऊंचाई तक फैलती जाती है। फूल देखने में आकर्षक और मनमोहक होते हैं। मनभावन सुगंध से घर-आंगन भी महकाते हैं। मधुमालती की लता आसानी से लग जाती है और इसे खास देखभाल की जरुरत भी नहीं होती। गर्मियों में यह सघन छांव देते हैं और घर को तपती धूप से भी बचाते हैं। इसमें सफ़ेद रंग के छोटे फल भी लगते हैं जो बाद में भूरे रंग के हो जाते हैं। इसके पत्ते 4-5 इंच बड़े होते हैं। मधुमालती के फूल, पत्ती, फल, जड़ से रोगों के उपचार होते हैं। मधुमालती बेल कैसी भी मिटटी में लगाना संभव है। बस मिट्टी में थोड़ी नमी हो लेकिन पानी रुकना नहीं चाहिए। इसकी कलम लगाना आसान है। 3-4 इंच लंबी कलम लें, जिसमें 2-3 पत्तियां हों। इस कलम का 1 इंच हिस्सा मिट्टी में दबा दें। इसे थोड़ी छाया वाली जगह रखें या फिर इसके ऊपर कुछ कवर लगा दें। दिन में दो बार थोड़ा पानी देते रहें। महंगी खाद की कतई जरूरत नहीं है। कोई भी आर्गेनिक खाद जैसे गोबर या सूखे पत्तियों की बनी खाद इसके लिए परफेक्ट है। मधुमालती के फायदे/ मालती के फूल के फायदे/ मधुमालती के औषधीय गुण मधुमालती के पेड़ के हर भाग का आयुर्वेद में उपयोग होता है। सर्दी-जुकाम हो तो मधुमालती के फूल, पत्ते का काढ़ा बनाएं। दिन में 2-3 बार पीने से लाभ होगा। डायबिटीज की समस्या में मधुमालती के 5-6 पत्तों या फूल का रस निकालकर 4 मिली. रस दो समय पिएं। ल्यूकोरिया के इलाज के लिए मधुमालती की पत्ती और फूल का रस पीना चाहिए। इसकी पत्तियों को उबाल कर पीने से बुखार के दर्द में आराम मिलता है। पेट अगर फूला हुआ लगे तो इसकी पत्ती उबालकर पीने से राहत मिलती है। मधुमालती के फलों का काढ़ा दांत दर्द भी ठीक करता है। इसकी पत्तियों और फल से किडनी की सूजन और जलन का उपचार किया जाता है। मधुमालती की जड़ों का काढ़ा पेट के कीड़े निकालने में फायदा करता है। इस काढ़े से गठिया रोग में भी आराम मिलता है। मधुमालती के वास्तु चमत्कार घर में अगर मधुमालती की बेल है तो अधिकांश सदस्य निरोगी ही रहेंगे। मधुमालती जिस तरह आंखों को सुंदर लगती है हमारे जीवन में भी यह बेल बहार लेकर आती है। मधुमालती अगर घर की बगिया में है तो नकारात्मकता बाहर ही रह जाती है घर के भीतर प्रवेश नहीं कर पाती है। मधुमालती की बेल अगर घर के ऊपर छा रही है तो यह बुरी ताकतों से बचाव करती है। जैसे जैसे घर पर मधुमालती बेल ऊपर की तरफ चढ़ती है या फैलती है घर के लोगों की तरक्की भी वैसे ही होती है। मधुमालती की बेल घर में धन, सेहत, खुशियां, सौभाग्य, सुंदरता, समृद्धि, संपन्नता और सकारात्मकता के आगमन का प्रतीक है। घर में यह बेल उत्तर दिशा या पूर्व दिशा में विशेष फलदायी है। मधुमालती बेल रिश्तों में मधुरता लाती है, घर के सदस्यों का आपसी सम्मान बना रहता है। इसे ऐसे समझे कि इसके फूल एक साथ ही खिलते पनपते हैं तो ऐसे ही प्रतीकात्मक रूप से यह परिवार को भी भरापूरा रहने का वरदान देती है।गुच्छों की तरह ही परिवार में एकता बनी रहती है। रैंगून क्रीपर फ्लावर यानी मधुमालती न सिर्फ घर आंगन में बल्कि जहां तक इसकी सुगंध जाती है वहां तक वातावरण में शुद्धता और शुभता लाती है। Casino Game Online Roulette Edited by : Nrapendra Gupta